Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |Bijali Vibhag me bharti | kaise milegi nokari jvvnl me | Electrical iti | Naukari electrical bharti | ITI Pass Naukari | latest iti sarkaari naukari | kaise milegi iti pass ko nokari | तकनिकी भर्ती | बिजली विभाग में भर्ती | आईटीआई पास सरकारी नोकरी | sarkaari naukary |
किसी भी नोकरी के लिए जरुरी है की उसका भर्ती सरकार के जरिये निकाली जाए जिससे की उससे सम्बंधित सभी के सभी योग्यता वाले आसानी से अपना आवेदन उस निकली भर्ती में कर सके l ई -श्रम कार्ड |E-Shram Card
आजकल इलेक्ट्रीशियन की भर्ती निकली है जिसके लिए जरूरत होती है इलेक्ट्रीशियन पास आईटीआई के सर्टिफिकेट की जिसके आधार पर आसानी से आवेदन किया जा सके l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |
- इलेक्ट्रीशियन आवेदन करने के लिए जरुरी होता है क्या जाने
- जैसा की सबसे पहले आवेदक को अपना नाम पता भरना होता है
- जिसके बाद में आसानी से अपने बारे में बताना होता है की वह शहर का निवासी है या गाँव का |
- जिसमें पहले उसको बताना होता है की वह टीएसपी है या नॉन टीएसपी यानी की किसी विशेष समूह से सम्बन्धित है या नहीं |
- इसके बाद उसको किस श्रेणी का है जैसा की bc creamilayar यानि की अन्य पिछड़ा वर्ग का जिसका पिता incometax देता है l
- नॉन क्रीमीलेयर जिसका पिता incometax नहीं देता हो बताना होता है l
- रासन कार्ड योजना 2020-RASAN CARD योजना 2020
जाति के आधार पर किस श्रेणी में आते है बताना होता है जैसा की sc ,st ,general ,bc आदि l जिससे की उनको उसी आधार पर एग्जाम की मेरिट को बनाया जा सके l
किसी भी आवेदक को फॉर्म को भरना होता है जिसके बाद में आसानी से उसको अपना आईटीआई पास का सर्टिफिकेट का नमबर भी डालना होता है जैसा की आईटीआई के सर्टिफिकेट के नमबर भर जाने के बाद आगे अपनी दसवी पास करने की बोर्ड आईटीआई बोर्ड तथा प्राप्त की गयी शिक्षा की जानकारी देनी होती है l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |
शपथ पत्र
जब आवेदन का सभी कोलम पूर्ति हो जाती है तो उसका एक शपथ पत्र जो की आवेदन के फॉर्म में होता है उसको ही अपनी खुद की राइटिंग में देना होता है l इससे पहले आवेदक को अपना पास पोर्ट साइज़ का फोटो व् हस्ताक्षर भी अपलोड करने होते है l
अपने हाथ से लिखे पत्र में अंग्रेजी से लिखना होता है की जो भी सूचना दी गयी है वो सब की सब सही है जिसके नीचे हस्ताक्षर भी करने होते है l
- इसके बाद में पेमेंट का ऑप्शन आता है जिसमे हम फोन पे या कोई भी क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर देते है l
- जैसा की भुगतान हो जाने के बाद फॉर्म को सबमिट कर देते है l
- जिसके बाद में आसानी से एक रजिस्टेशन का नमबर आ जाता है l
- फॉर्म के भर जाने के बाद उसका प्रिंट भी ले लिया जाता है l
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- https://dkhindinews.com/
- श्रमिक छात्रवृति योजना 2020-ONLINE SCHOLARSHIP FORM 2020
- आईटीआई एक्जाम फोरम ऑनलाइन -ITI Breaking news
इस तरह से बिजली विभाग का ऑनलाइन नोकरी का आवेदन भर जाता है जिसका प्रिंट भी ले लिया जाता है l
Techenical Helper
Techenical Bharti |Jvnnl Bharti | जैसा की नाम से ही पता चल रहा है कि इस पड़ पर किसी न किसी तरह के काम करने वाले को भर्ती किया जाता है जिसके जरिये बिजली विभाग में काम किया जाता है जैसा की बिजली की सप्लाई को खोलना हो या किसी तरह की लाइन को डालना हो जैसा बड़े बड़े विधुत आपूर्ति केन्द्रों पर होता है l
जैसा की Techenical Bharti |Jvnnl Bharti | कि पोस्ट को बिजली विभाग के जरिये निकाला जाता है जिसके जरिये ही सरकारी तोर नवयुवक की भर्ती ली जाती है जिससे की आसानी से सरकारी बिजली विभाग आमजन को बिना किसी परेशानी के बिजली सप्लाई कर सके l
- इस पोस्ट के लिए 18 साल से 28 साल की आयु को निर्धारित की गयी है l
- इसके आलावा st ,sc ,obc ,sbc ,ews तथा अन्य तरह से आरक्षित को भी आयु में छुट दी जाती है l
- ऐसे ही आरक्षित श्रेणी के अनुसार के अनुसार आवेदन का शुल्क भी अलग अलग लग रहा है l
- घर बैठे नोकरी -सेलरी 20 हजार -पार्ट टाइम नोकरी 2020
- होने वाले सभी के सभी सवाल के जवाब ऑब्जेक्टिव के रूप में देने होगे l
- फ़ेल होने पर छात्रवृति रिजेक्ट -छात्र है तो जरूर देखे -Breaking News 2020
इस तरह से आईटीआई पास जिसने इलेक्ट्रीशियन की ट्रेड से की है आसानी से आवेदन कर सकता है जिसके बाद होने वाले एग्जाम में उसको एग्जाम देना होता है l
टेक्नीकल हेल्पर परीक्षा
राजस्थान के विधुत वितरण निगम में आवेदन करने वाले सभी आवेदको को भर्ती होने के लिए एग्जाम भी देना होता है जिसमे सबसे अहम होता है की क्या क्या सिलेबस आएगा उनके लिए जाने वाले एग्जाम में l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |
- होने वाला एग्जाम के दो चरण होगे जिसमे पहला चरण पास करना होगा जिसके बाद ही आवेदक दूसरा चरण का एग्जाम दे पायेगा l
- किसी भी एग्जाम को देने के लिए सबसे पहले उसका सिलेबस की जानकारी भी जरुरी है l
- जैसा की इलेक्ट्रीशियन की ट्रेड थ्योरी , सामान्य जानकारी ,गणित और रीजनिंग के एग्जाम होना है l
- जिसमे पास होने के बाद दुसर एग्जाम देना होगा l
- जब दुसरे एग्जाम की मेरिट में भी आवेदक का नाम मेरिट में आ जायेगा तो विभाग पोस्ट विशेष पर आवेदक को अपोइन्ट करेगा l
- पहला होने वाले एग्जाम सम्बन्धित विषय का होगा जैसा इलेक्ट्रीशियन का होगा l
- दुसरे एग्जाम में गणित ,विज्ञानं , सामान्य ज्ञान , तर्क योग्यता के एग्जाम भी होगा l
- सबसे बाद फायदा है की इस होने वाले एग्जाम में किसी भी तरह का नेगेटिव मार्किंग नहीं होगा l
- सबसे पहले जो एग्जाम होगा उसमे 100 सवाल आने का है जिसके अनुसार हर सवाल के दो अंक होगे l
- जैसा की कुल अंक पहले एग्जाम के २०० होगे l
- जिसमे पास होने के बाद ही आवेदक को दूसरा एग्जाम देने दिया जायेगा l
- Rajasthan Krushi Budget :बड़ी खबर अलग से पेश होगा कृषि बजट
- Loan -Pm Yojana
- घर का काम करने वालों की आवशयकता

आवेदक को सभी तरह के समान्य ज्ञान की जानकारी भी होना आवश्यक है इसी के आधार पर पहला एग्जाम देना होगा उसके बाद दूसरा एग्जाम देना होगा l
ऑनलाइन आवेदन करने के लिए क्लिक करे jvvnl form का आवेदन आसानी से कर सकते है l सभी तरह के आवेदन कर सकते है चाहे वह sc,st , obc |
इलेक्ट्रीशियन थ्योरी
इलेक्ट्रीशियन की थ्योरी में मुख्यत वे सभी जानकारी आती है जिसके अन्दर में एक कारीगर को जरूरत होती है की बिजली का काम करने के लिए किसी किस उपकरण की जरूरत होती है साथ ही किसी भी बिजली के उपकरण के बारे में भी जानकारी मिल जाती है जिससे की कोई भी कारीगर इलेक्ट्रीशियन का सभी तरह का काम आसानी से कर पाता है l
जैसा की बिजली उत्पादन में भी एक निपुण बिजली की कारीगर की जरूरत पड़ती है l जिसके जरिये कोई भी कारीगर किसी भी बिजली उत्पादन की इकाई में सभी तरह का काम कर सके l
सुरक्षा अभ्यास
जैसा की सबसे पहले किसी भी काम को किया जाता है तो उसके लिए सुरक्षा सावधानी को अपनाया जाता है जिससे की आसानी से कोई भी बिजली से जुडा काम किया जा सकता है l
जैसा की एक प्रैक्टिकल है की विधुत के संपर्क में आया कोई व्यक्ति को कैसे छुड़ाया जाता है और कृत्रिम स्वाश देने का अभ्यास करना l इस काम के लिए आवश्यक उपकरण जिसमे एक पैनल बोर्ड जिस पर ICTP मुख्य स्विच से बस बार नियंत्रित हो या कोई अन्य नियंत्रण पैनल जिसमे विधुत धारा प्रवाहित हो रही हो l
आवश्यक सामग्री
कार्य शाला,डांगरी ,चद्दर ,सुखी बोरी ,लम्बा लकड़ी का आवश्यकता अनुसार डंडा ,रबर चट्टाई या गर्म बोतल इत्यादि
कार्यविधि
सबसे पहला कार्य -:
- सबसे पहले विधुत के संपर्क में आये व्यक्ति को पहचान करके तुरंत उसे छुडाने का प्रयत्न करे l
- यदि व्यक्ति अभी भी विधुत के संपर्क में है तो तुरंत मुख्य स्विच ऑफ करे l
- यदि स्विच दूर है तो तुरंत अपने आप को सूखे अखबार ,रबड़ या लकड़ी द्वारा इन्सुलेट करके उस व्यक्ति को विधुत सम्पर्क से छुडाये l
- यदि आवश्यक हो तो पीड़ित व्यक्ति को धक्का दे दे या खीच ले परन्तु यह ध्यान रखना चाहिए कि व्यक्ति घायल न हो जाए l
- पीड़ित व्यक्ति को तुरंत समीप के दुसरे स्थान पर ले जाए l
- व्यक्ति को देखे की वह अचेत तो नहीं है उसे चेतना में लाने के लिए कृत्रिम स्वाश देने की प्रक्रिया आरम्भ करे l
- Scholarship List Download -Jansuchana Portal
कृत्रिम स्वाश देने का कार्य
- पीड़ित व्यक्ति के कपडे ढीले करे और अधिक समय लग रहा हो तो कपडा ढीला न करे l
- मुंह में से थूक ,बलगम या तम्बाकू इत्यादि निकाल कर साफ़ करे l
- डॉक्टर को बुलाये यदि डॉक्टर के आने में देर लगे तो आप वाही ठहर कर यथा सम्भव प्रयास करे l
- शरीर पर चोट का अवलोकन करे यदि कमर में पेट में या छाती में चोट लगने या जलने के जख्म हो तो कृत्रिम स्वाश के लिए मुंह से मुंह विधि का उपयोग करे l
- यदि मुंह जोर से बंद है या मुंह में चोट है तो सेफर या नेल्सन विधि का उपयोग करे l
- पीड़ित व्यक्ति को सही अवस्था में लिटा कर कृत्रिम स्वाश देने की प्रक्रिया शुरू करे l
- सभी कार्य शीघ्रता से करे इस कार्य में कुछ सेकण्ड की देरी भी जान लेवा हो सकती है l
- व्यक्ति के शरीर को गर्म रखने के लिए चद्दर कम्बल जो भी उपलब्ध हो उसे उडा दे l
इस तरह से किसी भी बिजली का काम करते समय दुर्घटना होने पर इस जानकारी का उपयोग करके बचा जा सकता है l इस विधि को अपना कर आसानी से किसी भी व्यक्ति के जीवन को बचाया जा सकता है l
इलेक्ट्रिकल के कार्य में प्रतिदिन काम आने वाले औजारो का अध्ययन करना
जैसा की आजकल इलेक्ट्रीशियन के प्रतिदिन कार्य में आने वाले औजारो की जानकारी ,उनका अनुरक्षण व् सावधानियो की जानकारी ,उनका अनुरक्षण व् सावधानियो की जानकारी प्राप्त करना l
- MULTIMETAR
- TONG TESTAR
- ELECTRIC HAND DRILL MACHINE
- WIRE STRIPER
- combination pliers
- SCREW DRIVER
- TEST LAMP
- TESTER
- FILIP SCREW DRIVER SET
- CRIPING TOOL
आदि सभी का इलेक्ट्रिक औजार के रूप में काम में लिया जाता है इन औजारों के जरिये क्या क्या काम किया जाता है की जानकारी दी जा रही है l
WIRE STRIPER
इस औजार के जबड़े में कई साइज़ के अर्ध वृताकार खांचे होते है l जो दोनों जबड़ो में बराबर होते है तार के गेज के साइज़ के अनुरूप ही उस तार को सही सही खांचे में रखना चाहिए l ताकि तार के चालक पर कोई भी कट न लग पाए l
सावधानिया
- इस औजार से स्टील की तारे नहीं काटनी चाहिए l
- साधारणतया बिना टेम्पर्ड तारो को ही काटा जाता है l
Combination pliers

इस औजार के जरिये इलेक्ट्रीशियन मुख्य रूप से काम करता है जैसा की कम व्यास वाली तारो को मोड़ना और काटने का काम साथ में कोई भी आकार भी दिया जाता है l
पतली धातु की चादर को मोड़ा भी जाता है छोटे पार्ट को पकड़ने खोलने खीचने और कसने का काम भी किया जाता है l इस औजार में दो टांगे होती है जो एक पीवट से जुडी होती है टांगो पर प्लास्टिक का कवर लगा होता है l
SCREW DRIVER
किसी भी कारीगर को काम करने के लिए सबसे पहला औजार है SCREW DRIVER जिसके बिना सभी कारीगर अधूरे है जैसा की इसके जरिये किसी भी तरह का screw को खोला जाता है l
इसके जरिये बड़े छोटे सभी तरह के screw को कसा और खोला जाता है जिसके लिए बड़े और छोटे साइज़ के screw driver को काम में लिया जाता है l
- इसको प्रयोग में लाते समय सही तरह से पकड़ना चाहिए l
- हाथ पर कोई भी चिकना पदार्थ नहीं होना चाहिए l
- इसके हेंडल पर चोट नहीं मारना चाहिए l
TESTER
TESTER एक ऐसा उपकरण है जिसके जरिये आसानी से किसी भी बिजली के उपकरण की जानकारी आ जाती है की उसमे बिजली आ रही है या नहीं l
जिसका उपयोग बिजली के आने या नहीं आने के बारे में जानकारी मिल जाती है जिसके कारण कोई भी कारीगर आसानी से बिना कोई दुर्घटना के अपना काम कर पाता है l
- टेस्टर पांच इंच के बंराबर का औजार है जिसके अन्दर एक led लगा होता है l
- जो जलकर बिजली के होने या न होने की जानकारी देता है l
इसी तरह से अलग अलग औजार का इलेक्ट्रीशियन के लिए अपना महत्व है जिसकी सहायता से आसानी से काम किया जा सकता है l
MULTIMETAR
बिजली मापने के इस उपकरण का नाम volt ॐ मीटर है इसके जरिये वोल्टेज करेंट और रेजिटेन्स को मापने में किया जाता है l ये उपकरण दो प्रकार के मिलते है जैसा की एनालोग और डिजिटल मल्टीमीटर l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |
इनकी सहायता से चलती लाइन में भी आसानी से लाइन में चल रही वोल्टेज और प्रतिरोध को आसानी से मापा जा सकता है l

HEMMAR
एक औजार जिसकी सहायता से किसी भी कारीगर के जरिये चोट मारने का काम किया जाता है जिसकी सहायता से जॉब को बार पीटा जाता है l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |
जैसे किल को किसी भी लकड़ी में लगाते समय चोट मारी जाती है जिसकी सहायता से उसमे में किल गढ़ जाए हेमर कहलाता है l

- बोल पेन हेमर – जिसकी ऊपरी सिरे पर बोल के जैसा गोल सिर बना होता है l
- क्रोस पेन हेमर – जिसकी पेन यानी की ऊपरी सिरा हेंडिल को क्रोस करते हुये बना होता है l
- स्ट्रेट पेन हेमर – ऐसा हथोडा जिसकी पेन हेंडिल की सिध में होती है l
- सॉफ्ट हेमर – ऐसा हेमर जिसकी सहायता से किसी भी नाजुक चीज को ठोका पीटा जाता है l
- मेलेट हेमर – जिसकी सहायता से कोई भी सीट मेटल को पीट कर सीधा किया जाता है इस हथोड़े को लकड़ी का बनाया जाता है l
- गन हेमर – ऐसा हेमर जिसकी सहायता से बड़े बड़े उपकरण पर भारी चोट मारी जाती है जो हेमर बड़े बड़े आकार के होते है l
CHISEL ( छेनी )
जिस औजार के जरिये किसी भी जॉब पर चीपिंग का काम किया जाता है चीपिंग कहलाती है l जैसा की कारीगर के जरिये कई बार किसी पाइप को काटने के लिए भी छेनी को काम में लिया जाता है l
साधारणतया छेनी को हाई कार्बन स्टील से बनाया जाता है l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |

- chijal यानी की छेनी भी काम के अनुसार कई तरह की होती है l
- जैसा की फ्लेट चिजल जिसका उपयोग किसी मेटल की चिप्पिंग में किया जाता है l
- वेव चिजल जिससे किसी चेन ड्रिलिंग के होल को काटा जाता है l
- काउ मौत चिजल जिसके जरिये कास्ट आयरन पर नालियों की सफाई की जाती है l
- डायमंड पॉइंट चिजल जिसके जरिये सकरी नालियोके छेद सफाई किये जाते है कोर्नर काटा जाता है l
- क्रोस कट चिजल के जरिये भी काम किया जाता है l
इस तरह से कारीगर जरूरत के अनुसार अलग अलग चिजल को काम में लेता है l
हेक्सा फ्रेम विद ब्लेड
किसी भी मेटल को काटने के लिए जिस औजार को काम में लिया जाता है उसका नाम है लोहे की आरी जैसा की नाम से ही बात पता पड़ रही है l
जिसको हम हेक्सा फ्रेम विद ब्लेड का नाम दिया जाता है जिसमे एक लोहे की ब्लेड लगी होती है जैसा की हम जानते है की हेक्सा फ्रेम भी दो तरह के होते है l

- फिक्स टाइप हेक्सा फ्रेम जिनमे एक निश्चित साइज़ का ब्लेड लगाया जाता है जैसा की 250 mm के ब्लेड वाला हेक्सा फ्रेम l
- जिसका उपयोग साधारणतया काम के लिए कारीगर करता है l
- इसके आलावा एडजेस्टेबल हेक्सा फ्रेम जिसका उपयोग कम ज्यादा साइज़ के हेक्सा ब्लेड को लगाने के लिए किया जाता है l
- जैसा की २०० mm या तीन सो mm के ब्लेड को लगाने के लिए किया जाता है l
इसके आलावा हेक्सा फ्रेम की पहचान उनके हेंडल के आधार पर भी की जाती है l जैसा की गन टाइप हेक्सा फ्रेम ,स्ट्रेट हेक्सा फ्रेम जिनका उपयोग भी काम के अनुसार किया जाता है l
हेक्सा ब्लेड
हेक्सा ब्लेड जिसका उपयोग किसी भी धातु को काटने के लिए हेक्सफ्रेम में लगाकर किया जाता है जैसा की लहे को काटने के लिए जैसा की लोहे के पाइप या माइल्ड स्टील के जॉब को काटने के लिए किया जाता है l
जिससे की आसानी से कठोर से कठोर मेटल कोकाटा जा सके l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |

- कार्य के अनुसार भी हेक्सा ब्लेड भी कई तरह के होते है l
- जैसा की coarse ,medium ,fine ब्लेड
- जो अलग अलग काम के अनुसार काम में लिए जाते है l
- जैसा की coarse ब्लेड को साधारण काम में लिया जाता है l जैसा की फिटर की ट्रेनिंग करने वाले छात्र के जरिये l
- बारीक़ काम को करने के लिए मीडियम और fine ब्लेड को काम में लिया जाता है l
- पिच — हेक्सा ब्लेड में एक दांते से दुसरे दांते के बीच की दुरी को पीच कहा जाता है l
- किसी भी ब्लेड की पीच के आधार पर ही उसके काटने की क्षमता निर्भर करती है l
- ब्लेड के दांतों के बीच की दुरी ही ब्लेड के जल्द व् धीरे धातु को काटने को इंगित करती है l
- ब्लेड के दांते को भी दये बाये मोड़कर दांतों की सेटिंग की जाती है |
- जिससे की ब्लेड धातु को काटते समय कार्य के दोरान कही पर फंसे नहीं l
- दांतों को सेट करने पर ब्लेड के दांते भी लहरदार दिखाई देने लग जाते है |
- जिनको वेव सेटिंग के नाम से जाना जाता है l
- ब्लेड पर काम करते समय हेक्सा की कटिंग वाली जगह पर पानी को डाला जाता है l
- जिससे ब्लेड पर घर्षण कम हो जाता है l
- ब्लेड पर डाला गया पानी को कुलेंट कहा जाता है l
- किसी भी कटती हुई धातु पर गिरता पानी ब्लेड के दांतों को जल्द खरब होने से बचाता है l
- जिससे हेक्सा ब्लेड के दांतों को धातु को काटने में अधिक समय तक काम में लिया जा सकता है l
- ब्लेड में की गयी दांतों की सेटिंग भी निर्धारित करती है की किस तरह से ब्लेड को काटा जाते की धातु जल्द व् आसानी से कट जाए l
- ब्लेड को साधारणतय हाई कार्बन स्टील से बनाया जाता है l
- हार्ड व् टेम्पर्ड दांते वाले भाग को किया जाता है जिससे की काम के समय कम घीसे l
- बड़े महत्वपूर्ण काम के लिए हाई स्पीड steel के ब्लेड को भी काम में लिया जाता है l
- साधारणतया हेक्सा ब्लेड की लम्बाई 250 mm की होती है l
- कुशल कारीगर ही हाई स्पीड steel के ब्लेड को काम में लेते है l
जैसा की किसी भी ब्लेड की लम्बाई को उसके दोनों सिरों के होल की बीच की दुरी से मापा जाता है ब्लेड को दांतों की तरफ से हार्ड किया जाता है l
जिससे की मेटल को काटते समय आसानी से ब्लेड घीस न जाए किसी भी ब्लेड को हार्ड व् टेम्पर्ड किया जाता है जिससे की उसकी मजबुती बनी रहे जिसके जरिये किसी भी कठोर से कठोर धातु को काटा जा सके l
फाइल
फाइल जैसा की हम फाइल का अर्थ साधारणतया किसी भी पेपर को संभाल कर रखने वाली फाइल से लेते है लेकिन आईटीआई की तकनीकी भाषा में फाइल का अर्थ लिया जाता है लोहे या मेटल को घीस घीस कर साफ़ करने या कम करने वाले हाथ से काम में लिए जाने वाले औजार से l Techenical Bharti |Jvvnl Bharti |
जब कोई भी मेटल जैसा की फिटर के वर्कशॉप में काम करते समय ट्रेनिंग के दोरान छात्रो के जरिये जॉब बनाया जाता है जिससे की नए आये छात्रो को औजार चलाने का अभ्यास हो सके हेंड फाइल को काम में लिया जाता है l

- साधारतया काम में आने वाली फाइल को फ्लैट फाइल कहा क्जता है l
- फाइल का वर्गीकरण करके फाइल को पहचाना जाता है l
- जैसा की आकार के आधार पर फाइल को फ्लैट फाइल ,राउंड फाइल , हाफ राउंड फाइल , स्क्वायर फाइल , ट्राई एंगुलर फाइल
- ग्रेड के अनुसार फाइल जैसा की एक दांते से दुसरे दांते के बीच की दुरी पिच कहलाती है तो एक इंच या सेमी में कितने दांते कटे है के आधार पर फाइल का ग्रेड निर्धारित किया जाता है l
- जैसा की सेकंड कट फाइल को ग्रेड के आधार पर वर्गीकृत किया गया है l
- इसके आलावा फाइल के फेस पर दांते अक्ष पर कितने अन्गलआर और कितेनी बार कटे है के जरिये फाइल का कट निर्धारित होता है l
- जैसा की फाइल पर दांते एक सेरे से दुसरे सिरे की और कटे है जो सिंगल कट फाइल कहलायेगे l
फ्लैट फाइल
कोई भी काम जब कारीगर किसी भी जॉब को घिसने के लिए करता है तो उसको एक औजार को काम में लेना होता है l
- जिससे की वह 0.05 mm तक उस जॉब को घिस सके l
- इसके लिए अगर जॉब को सीधा घिसना है तो जिस फाइल को काम में लिया जाता है l
इस फाइल को फ्लैट फाइल कहा जाता है जिससे की कोई भी सतह को समतल आसानी से बनाया जा सके ऊपर दिया गया चित्र फ्लेट फाइल का ही है l
हाफ राउंड फाइल
जैसा की नाम से ही पता लगता है की हाफ राउंड यानी की जो आकृति में आधे वृत के जैसा हो यानिकि आधे चाँद के जैसा आकार वाली फाइल जिसके जरिये कोई भी गोलाकार जॉब की गोलाई वाले भाग में घिसने का काम किया जा सके l

- आधे गोले वाले पार्ट के भाग को घिसने का काम किया जाता है l
- किसी भी जॉब को गोलाई में फिनिशिंग का काम किया जाता है l
- जैसा की हैब में बेरिंग को बैठाने के लिए भी काम में लिया जाता है l
कोई भी कारीगर हाफ राउंड फाइल को आसानी से चलाकर फिनिंशिंग कर सकता है l
स्क्ववायर फाइल
ऐसी फाइल जिसके चारो कोने 90 डिग्री पर बने हो जिसके जरिये किसी भी जॉब के चोकोर कोंनो को फाइल करके साफ किया जाता है l
जैसा की सभी कोने चोकोर होते है इसलिए इसको स्क्ववायर फाइल नाम दिया गया है इसके फेस पर सिगल दांते कटे होते है l
- स्क्ववायर फाइल को साधारण रूप से किसी भी जॉब के कोनो को फाइल करने में काम में लिया जाता है l
ट्राई एंगुलर फाइल
जब किसी फाइल का आकार त्रिभुज के आकार जैसा होता है जैसा की जिसका हर सिरा 60 डिग्री अन्गल में बना हो जिसके जरिये किसी भी जॉब के कोने आदि की फाइलिंग की जाती है l
- जैसा की ट्राई एंगुलर फाइल का आकार के अनुसार एक त्रिभुजाकार फाइल होती है l
- इस फाइल को जॉब की फिटिंग बैठाने में भी काम में लिया जाता है l
- हल्की फाइलिंग के जरिये जॉब को आसानी से फिट कर दिया जाता है l
इसके आलावा कारपेंटर अपनी लकड़ी काटने की आरी में जो दांते होते है उस पर भी धार ट्राई एंगुलर फाइल के जरिये ही लगाता है l
ग्रेड के अनुसार फाइल
जैसा की प्रति सेमी में कटे हुए दांतों से रेती का ग्रेड को प्रकट किया जाता है दांतों की संख्या के आधार पर रेतियो का वर्गीकरण किया जाता है l
- रफ़ फाइल
- coarse फाइल
- बास्टर्ड फाइल
- सेकंड कट फाइल
- डेड स्मूथ फाइल
- सुपर स्मूथ फाइल
रफ़ फाइल
100 mm से 450 mm लम्बाई की फाइल जिसमे एक सेमी में 8 दांते कटे होते है इस तरह की फाइल का उपयोग बहुत अधिक धातु को फाइलिंग के जरिये हटाने में किया जाता है l
- जैसा की ढल कर बनाई गयी वास्तु की सफाई में रफ़ फाइल को काम में लिया जाता है l
- साधारणतया ये फाइलिंग की जाने वाली धातु मुलायम होती है l
मुलायम धातु होने के कारण थोड़ी सी फाइलिंग के जरिये ही अधिक मात्रा में धातु हट जाती है इसके आलावा ऐसी फाइल के जरिये धातु की सफाई भी की जाती है l
कोर्स फाइल
कोर्स फाइल में एक सेमी में दांतों की संख्या दस होती है इस तरह की फाइल से भी अधिक मात्रा में धातु को काटने में किया जाता है l
बास्टर्ड फाइल
जिस फाइल की लम्बाई 100 mm से 450 mm तक होती है जिसके फेस पर कटे हुए दांते एक सेमी में 12 है बास्टर्ड फाइल नाम से जाना जाता है l
- बास्टर्ड फाइल को एक स्टैण्डर्ड रेती भी माना जाता है जिसके जरिये साधारण काम में भी बास्टर्ड रेती को काम में लाया जाता है l
सेकंड कट फाइल
ऐसे फाइल जिसके फेस पर एक सेमी में 16 दांते कटे होते है जिसके जरिये किसी भी जॉब पर फिनिशिंग का काम किया जाता है सेकंड कट फाइल कहलाती है l
- फिटर शॉप में फिनिशिंग काम सेकंड कट फाइल से किया जाता है l
स्मूथ फाइल
जैसा की साधारणतया स्मूथ फाइल नाम से पता लग रहा है कि जिसको हम चिकनी रेती के नाम से भी जानते है l
- जब रेती की एक सेमी की सतह पर 20 से 24 दांते काटे जाते है l
- जिस फाइल को बारीक़ यानी की महीन काम करने में लिया जाता है l
डेड स्मूथ फाइल
जब किसी जॉब को स्मूथ फाइल से भी सही नहीं किया जा सके तो अधिक बारीक दांते वाली फाइल को काम में लिया जाता है जिसका नाम हमने डेड स्मूथ दिया है l
- डेड स्मूथ फाइल के फेस पर एक सेमी में दांतों की संख्या 28 से 35 तक होती है l
- इसका उपयोग अधिक से अधिक महीन काम को करने में किया जाता है l
सुपर स्मूथ फाइल
जैसा की इस ग्रेड की फाइल जो की 100 mm से 250 mm तक लम्बी होती है जिसके फेस पर एक सेमी में दांतों की संख्या 40 से 63 तक होती है l
- अत्यधिक फिनिशिंग के लिये सुपर स्मूथ फाइल को काम में लिया जाता है l
- भारतीय स्टैण्डर्ड के अनुसार रेतिया कार्य के अनुसार मिलती है l
- साथ ही रेती का चयन रेती की लम्बाई ,आकार , कट और रफ़ के आधार पर किया जाता है l
पिनिंग ऑफ़ फाइल
जैसा की हमने देखा है की ज्यादातर प्रतियोगी परीक्षा में जो सवाल पूछे जाते है फाइल में से उनमे से प्रमुख सवाल है की पिनिंग ऑफ़ फाइल किसे कहा जाता है l
जैसा की जब भी किसी फाइल का लगातार मेटल को घिसने यानी की फाइलिंग के काम को किया जाता है तो फाइल के फेस चमकदार हो जाता है l जिसके कारण फाइल के जरिये धातु को काटना बंद कर दिया जाता है फाइल का धातु का नहीं काटना ही पिनिंग ऑफ़ फाइल कहा जाता है l जैसा की फाइल के इस दोष को दूर करने के लिए जो औजार काम में लाया जाता है उसको फाइल कार्ड के नाम से जाना जाता है l
- धातु कणों को फाइल के फेस से निकलने पर फाइल का पिनिंग का दोष दूर हो जाता है l
- फाइल फिर से धातु को घिसना शुरू कर देती है l
- जैसा की फाइल के फेस को लहे की ब्रश से साफ किया जाता है तो ब्रश को फाइल कार्ड के नाम से जाना जाता है l
इस तरह से पुराणी फाइल को साफ कर नई फाइल के जैसा काम में लिया जा सकता है l ज्यादातर अनुभवी कारीगर पुराने औजार के जरिये आसानी से काम कर लेते है l
Scriber ( स्क्राइबर )
Scriber एक मार्किंग टूल है जिसके जरिये किसी भी सीट पर मार्किंग करते है यहाँ हाई कार्बन स्टील का बना होता है l पॉइंट को हार्ड एंड टेम्पर कर दिया जाता है l
इसका पॉइंट एंगल 12 से 15 का होता है l
- किसी भी मार्किंग के लिए स्क्राइबर को काम में लिया जाता है l
- ज्यादातर कारीगर इसका उपयोग शीट मेटल पर काम करने के लिए करते है l
- इसकी लम्बाई 150 mm से 200 mm तक होता है l
फिटर के कारीगर भी अपने जॉब बनाने में चोक की मार्किंग पर स्क्राबर से करते है l
