LIC-जिंदंगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी,भारतीय जीवन बीमा ,Life insurance ,कैसे मिलता है बीमा आम आदमी को
जीवन बीमा क्या है ?
जिंदगी के साथ आम आदमी को उतार चढ़ाव का जोखिम होता रहता है जबकि आम परिवारों मे जब काम करने वाला परिवार मे केवल एक पुरुष सदस्य रहता है जिसके असमय मृत्यु का शिकार हो जाने पर पूरे परिवार के सदस्यो पर आर्थिक परेशानी का पहाड़ टूट पड़ता है जैसे की उनके परिवार का अब खाना दाना कैसे चले कैसे उनको आर्थिक सबल मिले इस सब के जीवन बीमा जैसे उपक्रम की परिकल्पना की गयी है ।
जिसमे आम आदमी से कुछ जीवन बीमा की प्रीमियम लेकर उसके जीवन के एवज मे लाखो रुपए का रिस्क कवर दे दिया जाता है।
जिसके जरिये यदि जीवन बीमा करने वाले व्यक्ति को कोई भी हानी होती है।
यानि दुर्घटना या बीमारी से मृत्यु हो जाती है तो उस व्यक्ति ने माना दो लाखा का बीमा लिया है।
तो बीमा की शर्तो के अनुसार नोमनी माता ,पिता या पत्नी जो भी होती है ।
उसको बीमा दिया जाता है।यानि उसके परिवार को दो लाख रुपए बीमा राशि दे दी जाती है ।
मृत्यु प्रमाण पत्र व कुछ अन्य डोकोमेंट के जीवन बीमा कार्यालय मे जमा करने पर
जीवन बीमा IRDA के नियमानुसार चलता है साथ ही देश के सब जगह पर इसकी शाखाये है ।
जीवन बीमा करने वाली मुख्य संस्था Lic को माना जाता है । अन्य कंपनिया भी जीवन बीमा करती है ।
लेकिन एलआईसी पर सरकारी आधिपत्य होने से सब लोग एलआईसी के जीवन बीमा पर विश्वास करते है।
जीवन बीमा करने के लिए आवशयक दस्तावेज़ क्या है
आधार कार्ड
पेन कार्ड
एक रंगीन फोटो पास पोर्ट साइज़
जीवन बीमा का प्लान का भरा फोरम
जीवन बीमा कैसे लेते है
बीमा करने के लिए अपनी किस्त देने की क्षमता के अनुसार प्लान लेना होता है जिसमे व्यक्ति को उस प्लान के अनुसार बीमा की किस्त देनी होती है इस जीवन बीमा के फोरम मे व्यक्ति को अपनी जानकारी भरनी होती है।
जैसे की जीवन बीमा फोरम मे नाम पता और नागरिकता भी बताना होता है।
साथ मे अपना नोमनी यानि बीमाकर्ता को कुछ हो जाए तो बीमा जिसको मिले उसका नाम भी देना होता है।
इसके साथ ही बीमा लेने वाले को अपने स्वस्थय के बारे मे बताना होता है।
बीमाकरता किशि तरह का कोई नशा आदि तो नहीं करता है की जानकारी भी देनी होती है।
बीमा लेने वाले के परिवार मे कोई आनुवांशिक बीमारी तो नहीं होती है कि जानकारी देनी होती है।
साथ ही बीमा धारक अपने जीवन मे हुई औपरेशन की आदि के बारे मे भी बताता है।
पोलोसी लेने वाले के परिवार मे कोन कोन सदस्य है उम्र सहित जानकारी देनी होती है।
बीमा धारक अपने बारे मे सब बाते सत्य बताने का वचन देते हुये हस्ताक्षर कर फोरम को बीमा कार्यालया मे जमा करा देता है।
जिसके बाद कार्यालया प्रीमियम की रशीद बीमा लेने वाले को दे देती है और बीमा धारक का रिस्क कवर शुरू हो जाता है।
Lic की official वैबसाइट है licindia.in पर क्लिक कर अधिक जानकारी ले सकते है।
बीमा धारक की मृत्यु होने पर क्लेम कैसे मिलता है
जैसा की बीमा धारक जिसने कोई भी बीमा ले रखा है उसकी किशि दुर्घटना या बीमारी से मृत्यु हो जाती है तो नोमनी को उस बीमा का बॉन्ड और मृत्यु प्रमाण पत्र तथा नोमनी का अपना बैंक खाता और बीमा कार्यालया का क्लेम लेने का फोरम भरकर अपने अजेंट से वेरिफ़ाई कराकर जमा करना होता है।