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मिलिंग मशीन | Milling Machine |

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मिलिंग मशीन | मिलिंग मशीन का परिचय

प्रक्टिकल न 7

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मिलिंग मशीन का परिचय ( Introduction of Milling Machine )

उद्देश्य

वर्कशॉप में मिलंग मशीन का परिचय देना l

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आवश्यक उपकरण

  1. मिलिंग मशीन

सावधानिया

  1. किसी भी मशीन की जानकारी लेने के समय उसकी एक कपडे से सफाई जरुर करना चाहिए l
  2. मशीन के फीड वाले स्थान पर ओइलिंग जरुर करना चाहिए l
  3. जैसा मेटल हम काम में ले रहे है उसके अनुसार ही हमको कुलेंट लेना होता है l
  4. जैसा की पानी ले रहे है तो कुलेंट के रूप में माइल्ड steel में प्रयोग करेगे l
  5. यदि एलुमिनियम ले रहे है तो कुलेंट के रूप में हम मिटटी का तेल प्रयोग करेगे l
  6. सर्फेज को सही करने का काम ही मिलिंग मशीन पर करना चाहिए l
  7. मिलिंग मशीन | Milling Machine |
  8. Ncvt ITI Exam News
  9. लेथ संक्रियाये ( Lathe Operations )
  10. ट्रेड परिचय ( जानकारी )| Trade Introduction |

वर्क मेथड

मिलिंग मशीन की बनावट चित्र ——–मिलिंग मशीन का

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  1. बेस – जैसा की नाम से ही पता चल रहा है की मशीन को खड़ा करने के लिए एक आधार की जरुरत होती है l जिसको कास्ट आयरन से फिनिंश करके बनाया जाता है l
  2. कोलम – ये पिलर के जैसे होते है इसके जरिये मशीन के दुसरे पार्ट को जोड़े रखा जाता है l ये लम्बवत लगे होते है l
  3. नी – ये लोहे की बनी हुयी कास्टिंग होती है जो गाइड वेज पर ऊपर या नीचे स्लाइड करती है इसमें मशीन की स्पीड को कम ज्यादा करने का मकेनिज्म लगा होता है
  4. नी में दुसरे टाइप के लीवर भी लगे होते है जिससे मशीन को कंट्रोल किया जा सकता है l
  5. सेडल – लेथ मशीन की तरह ही मिलंग मशीन पर भी आगे पीछे के मूमेंट के लिए केरिज लगा होता है जिसके जरिये यह गाइड वे पर सरकती है l
  6. टेबल – जिस पर जॉब को बांधा जाता है जिस पर टी स्लॉट्स बने होते है जिनके सहायता से ही जॉब को होल्ड किया जाता है l
  7. स्पिंडल -मिलिंग मशीन का वह भाग जो कोलम पर ऊपर की और होता है जिसको बेल्ट या गियर के जरिये मोटर की पॉवर मिल पाती है l
  8. ओवर आर्म तथा ब्रेस — यह भी कोलम से जुडी होती है जिसके जरिये आर्बर के दुसरे सिरे पर लगी बियरिंग को सहारा देने का काम किया जाता है l
  9. आर्बर – ये स्पिंडल का ही भाग है जिसके जरिये मिलंग कटर को मजबूती से पकड कर घुमाया जाता है आर्बर का शेंक टेपर होता है जिसमे स्पिंडल के साथ एलाइन मेंट करके रखा जाता है l
  10. मिलिंग मशीन | Milling Machine |

परिणाम

इस तरह से हमने एक मिलंग मशीन के बनावट के बारे में जाना l

प्रक्टिकल न 2

मिलिंग मशीन के सेद्धान्तिक कार्यो से अवगत होना एव जॉब को व्यवस्थित करना l

आवश्यक उपकरण

  1. मिलिंग उपकरण
  2. डायल टेस्ट इंडिकेटर
  3. मार्किंग ब्लॉक

सावधानिया

  1. मिलिंग मशीन को चलाने से पहले मशीन की सफाई करके ओइलिंग कर लेना चाहिए l
  2. किसी भी मिलिंग मशीन पर चलते हुए होने की दशा में नट बोल्ट खोलने की कोशिश नहीं करना चाहिए l
  3. जब मिलिंग मशीन से काम कर रहे हो तो गियर को बदलने की कोशिश नहीं करना चाहिए l
  4. मशीन में ओइलिंग लेवल की भी जाँच कर लेना चाहिए l
  5. जब मशीन चलती रहती तो कुलेंट भी गिरता रहना चाहिए l
  6. मिलिंग मशीन | Milling Machine |

कार्य विधि

  1. मिलिंग मशीन को चलाते समय ओइलिंग आदि करते रहना चाहिए l
  2. मशीन के टी बोल्ट मशीन वाईस में जॉब को बांधते है l
  3. डायल टेस्ट इंडिकेटर के जरिये मशीन की सतह समतल है की नहीं का भी चेकिंग कर लेते है l
  4. जॉब के बंधने को भी डायल टेस्ट इंडिकेटर के जरिये चेक करते है l
  5. इस तरह से मार्किंग करके जॉब पर मिलिंग मशीन से कट लगाते है l
  6. मिलिंग मशीन | Milling Machine |
Ministry of Skill Development And Entrepreneurship
sarkari iti website

परिणाम

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इस तरह से एक मिलिंग मशीन पर जॉब को कैसे व्यवस्थित करते है की जानकारी लेते है l

प्रक्टिकल न 3

आर्बर पर कटर ,टेबल पर वाईस व्यवस्थित करना तथा सुरक्षा बिन्दुओ को जानना l

उद्देश्य

आर्बर पर कटर तथा टेबल पर मशीन वाईस को व्यवस्थित करना l

आवश्यक उपकरण

  1. मिलिंग मशीन
  2. डायल टेस्ट इंडिकेटर
  3. मशीन वाईस
  4. दो मुंह वाला स्पेनर

सावधानिया

  1. आर्बर में कटर को लगाकर बोल्ट को स्पेनर से टाइट करे l
  2. कभी भी चलती मशीन को हाथ से नहीं रोकना चाहिए l
  3. किसी भी गियर को भी चलती मशीन में नहीं बदलना चाहिए l
  4. मशीन को चलाने से पहले ओइलिंग जरुर करना चाहिए l
  5. किसी भी जॉब को मापने के लिए मशीन को पूरी तरह से बंद होने देना चाहिए l

वर्क मेथड

  1. किसी भी मशीन को चलाने से पहले उसकी शुध्धता को चेक कर लेना चाहिए l
  2. जिसमें सबसे पहले डायल टेस्ट इंडिकेटर को शुद्धता जांचने में काम में लिया जाता है l
  3. डायल टेस्ट इंडिकेटर के प्लेंजर से जॉब की चेकिंग की जाती है l
  4. जब चेकिंग सही होती है तो आर्बर में लगे बोल्ट को खोलते है l
  5. मशीन में स्पेशिंग कोलर भी जरूरत पड़ने पर लगा देते है l
  6. मशीन को आवश्यकता के अनुसार फ़ीडो में चलाकर देखते है l
  7. मिलिंग मशीन | Milling Machine |

चित्र ——

परिणाम

इस तरह से मिलंग मशीन पर आर्बर तथा टेबल पर वाईस को सेट किया जाता है l

प्रक्टिकल न 4

ठोस ब्लॉक के छ फलक पर मिलिंग करने का क्रम l

उद्देश्य

ठोस ब्लॉक के छ फलक पर मिलिंग करने का क्रम l

आवश्यक उपकरण

1.मिलिंग मशीन

2.गोलाकार मिलिंग क़टर

3. डबल एंडेड स्पेनर

4 . ट्राई स्क्वायर

5. ब्रश

6 . फ्लेट फाइल

7. छ फलक वाला ठोस ब्लोक

सावधानिया

  1. मशीन की पूरी जानकारी होने व् काम करने का अनुभव होने के बाद ही मशीन को चलाना चाहिए l
  2. मिलिंग कटर के जरिये जब आसानी से बना जाता है लें काम सावधानी रखना चाहिए l
  3. मशीनिंग के समय में आँखों पर गोगल लगाकर रखना चाहिए l
  4. मशीन पर काम करते समय हाथो में दस्ताने पहन कर काम करना चाहिए l
  5. चलती मशीन को हाथ से रोकने की कोशिश नहीं करना चाहिए l
  6. कोई भी मशीन पर काम करते समय पूरा ध्यान मशीन पर ही रखना चाहिए l

वर्क मेथड

  1. मिलिंग मशीन पर मशीन वाईस को स्पेनर से सही सेट करना चाहिए l
  2. किसी भी जॉब को मशीन वाईस पर ट्राई स्क्वायर से बांधते है इसके बाद मशीनिंग करते है l
  3. जिस भाग की मशीनिंग हो जाती है उसके कोनो पर बने बर्र को फ्लेट फाइल से साफ करते है l
  4. इसके बाद में जॉब की दुसरी सतह की भी मशीनिंग कर लेते है l
  5. मशीनिंग करते समय जॉब पर ड्राइंग के अनुसार ही कटिंग होना चाहिए l
  6. इस तरह से जॉब के सभी फलक यानि की साइड की मशीनिंग कर लेते है l

चित्र —–

परिणाम

इस तरह से एक ब्लॉक के सभी भागो की मशीनिंग वर्क शॉप में की गयी l

प्रक्टिकल न 5

ठोस ब्लॉक के फलको ( सतहों ) की यथार्थता की ट्राई स्क्वायर , सक्राईबिंग ब्लोक तथा वर्नियर हाइट गेज द्वारा जाँच करना l

उद्देश्य

किसी एक ठोस ब्लॉक को ट्राई स्क्वायर ,सक्राइबिंग ब्लॉक और वर्नियर हाइट गेज से मापना या जांचना

आवश्यक उपकरण

  1. मिलिंग मशीन
  2. स्लेव मिलिंग मशीन
  3. ट्राई स्क्वायर
  4. वनियर हाइट गेज
  5. मार्किंग टेबल
  6. ब्रश
  7. आउट साइड कैलीपर
  8. फ्लेट फाइल

सावधानिया

  1. किसी भी जॉब का अगर अधिक मात्रा में उत्पादन करना होतो आउट साइड केलिपर से भी कर सकते है l
  2. मशीनिंग में एक साइड पूरी हो जाने के बाद में मशीन को बंद कर देना चाहिए l
  3. किसी भी मशीन को हाथ से रोकने का प्रयास नहीं करना चाहिए l
  4. जॉब पर हाथ नहीं फेरना चाहिए l
  5. चलती मशीन का गियर भी नहीं चेंज करना चाहिए l

वर्क मेथड

  1. मिलिंग मशीन पर लगे वाईस में जॉब को सही तरह से बांधते है l
  2. उसके बाद में आर्बर में स्लेव मिलिंग कटर लगाकर मशिनिंग करते है l
  3. जॉब को कटर से टच करके 2 से 3 mm तक का कट लगाते है l
  4. एक बार में मशीनिंग हो जाने के बाद में चिप्स को ब्रश से साफ कर लेते है l
  5. जॉब की सभी सतह पर बारी बारी से मशिनिंग के बाद बर्र को फाइल से हटाते है l
  6. ब्रश से भी मशीन को बार बार बंद करके साफ करते है l
  7. इस तरह से आसानी से जॉब की सभी सतह को भी वर्नियर हाइट गेज व् ट्राई स्क्वायर से चेक करते है l

परिणाम

  1. इस तरह से जॉब को वर्नियर हाइट गेज व् ट्राई स्क्वायर से चेक करते हुए बनाते है l

प्रक्टिकल न 7

साइड तथा फेस कटर के द्वारा स्टेप मिलंग करना तथा माइक्रोमीटर द्वारा जांचना l

उद्देश्य

वर्कशॉप में साइड तथा फेस कटर के जरिये स्टेप मिलिंग करना तथा माइक्रोमीटर द्वारा जांचने का अभ्यास करना l

आवश्यक उपकरण

  1. मिलंग मशीन
  2. माइक्रोमीटर
  3. पंच व् हेमर
  4. साइड एंड फेस कटर
  5. स्टील रुल
  6. ट्राई स्क्वायर
मिलिंग मशीन | Milling Machine |

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