मानव अधिकार आयोग शिकायत कैसे करे -COMPLAIN FILE HUMAN RIGHT COMMISION ,HUMAN RIGHTS,HUMAN RIGHT FOR COMMAN MAN,MANAV ADHIKAR,
मानव अधिकार क्या है ?
क्लिक करे लिंक पर मानव अधिकार आयोग की वेबसाइट पर जाने के लिए एक दूसरे व्यक्ति में भाषा में ,धर्म ,जाति,स्थान और रीति रिवाज तथा रंग के आधार पर भेद किया जाता रहा है इन सभी भेदभावों को दूर करना तथा आमजन में न्याय की समानता की प्राप्ति करना ही मानव अधिकार को परिभाषित करना ठीक होगा ।
भारत जैसे बड़े देश में धर्म जाति के भेदभाव को मिटाने के लिए भारत को धर्म निरपेक्ष राष्ट्र घोषित किया गया है। क्योकि सविधान निर्माता जानते थे की असख्य भाषी देश में हर आमजन के साथ पूरे देश में संसाधनों को न्याय संगत बाटा जाना सम्भव तभी होगा जब एक ऐसे कानून की परिकल्पना की जाये जो सबके लिये समान हो इस सभी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मानव अधिकार आयोग की रचना का प्रस्ताव लाया गया जिसमे हर आमजन की पहुँच हो सके।
मानव अधिकार आयोग के कार्य
- कोई भी विभाग जब भेदभाव करे उशके खिलाफ करवाही करना जैसे मुख्यत पुलिस
- विभाग की शिकायते मानव अधिकार आयोग मे की जाती रही जैसे गत वर्षो मे कई
- उच्च अधिकारियों को मानव अधिकार आयोग ने तलब करके उनके
- खिलाफ अनुशाशनात्मक कारवाही की
- और जिन लोगो की सुनवाई शोषण के विरुद्ध नहीं की गयी
- थी उनकी सुनवाई न्याय संगत पहल करके कारवाई जैसे की भोपाल गैस त्रासदी
- भारत मे राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का पता —फरीद कोट हाउस ,कॉपर निकस मार्ग ,नई दिल्ली -110001
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग
फरीद कोट हाउस ,कॉपर निकस मार्ग ,नई दिल्ली -110001
मानव अधिकार सरक्षण अधिनियम 1993 के जरिये इसका उदभाव हुआ इसके अधिकार
सम्पूर्ण भारत पर है जम्मू कश्मीर पर कुछ हद तक सीमित अधिकार दिये हुये है ।ईशको 28 सितंबर 1993 मे चलन मे आया
- राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन का क्रम ईश प्रकार रहा
- केन्द्रीय सरकार एक निकाय का जो राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के नाम से जाना जाएगा गठन करेगी
- ईश अधिनियम के अधीन उसे प्रदत शक्तियो का प्रयोग करने और उसे सोपे गये कृत्यों का पालन करने के लिये गठन करेगी
- आयोग निम्न सदस्यो से मिलकर बंनता है । जैसे अक अध्यक्ष जो उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश रहा है।
- एक सदस्य जो उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश रहा है या है। एक सदस्य जो उच्च न्यायालय का न्याय मूर्ति है या रहा है ।
- दो सदस्य ऐसे व्यक्तियों मे से नियुक्त किए जाएगे जिनको मानव अधिकारो की जानकारी पूरी तरह से हो या व्यवहार का अनुभव हो।
- राष्ट्रीय अल्प शख्यक आयोग (राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ,राष्ट्रीय अनुसूचित जन जाति आयोग )
- राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष धारा 12 के खंड के अध्यक्ष विभिन्न कामो मे आयोग के सदस्य समझे जायेगे
- एक महासचिव होता है जो आयोग का मुख्य कार्यपालक अधिकारी होगा और वह आयोग की एशी शक्तियों का प्रयोग और कृत्यों का निर्वहन करेगा
- जो (न्यायिक कृत्यों और धारा 40 ख के अधीन विनियम बनाने की शक्ति के सिवाय )जो यथा स्थिति आयोग या अध्यक्ष उसे प्रायोजित करे।
- आयोग का मुख्यालया दिल्ली मे होगा और आयोग केंद्र सरकार के पूर्वानुमोदन से भारत के अन्य स्थानो पर कार्यालया स्थापित कर सकेगा
मानव अधिकार आयोग मे अध्यक्ष और अन्य सदस्यो की नियुक्ति की जानकारी
राष्ट्रपति अपने हस्ताक्षर और मुद्रा सहित अधिपत्र द्वारा अध्यक्ष और अन्य सदस्यो को नियुक्त करेगा । परंतु ईश उपधारा के अधीन प्रत्येक नियुक्ति एसी समिति की शिफारिशे प्राप्त होने के बाद की जाएगी जो निम्न से मिलकर बनेगी
- प्रधानमंत्री -अध्यक्ष
- लोक सभा का अध्यक्ष -सदस्य
- भारत सरकार के गृह मंत्रालय का भार साधक मंत्री -सदस्य
- लोक सभा के विपक्ष का नेता – सदस्य
- राज्य सभा के विपक्ष का नेता -सदस्य
- राज्य सभा का उप सभा पति -सदस्य
- परंतु यह और की भारत के उच्च नयायालय का आसीन कोई न्यायमूर्ति भारत के
- मुख्य न्यायमूर्ति से परामर्श करने के बाद ही नियुक्त किया जाएगा अन्यथा नहीं ।
- अध्यक्ष या किशि सदस्य की नियुक्ति केवल इस कारण से अविधिमान्य नहीं होगी
- की (उपधारा 1 के पहले परन्तु क मे निर्दिष्ट समिति मे किशि सदस्य की कोई रिक्ती है ।
अध्यक्ष या सदस्यो का त्यागपत्र या हटाया जाना
अध्यक्ष या कोई सदस्य राष्ट्र पति को संबोधित कर अपने हस्ताक्षर सहित लिखित सूचना कर अपना पद त्याग सकेगा मानसिक या शारीरिक कमी के कारण भी पद से हट सकता है इशके अलावा राष्ट्रपति भी प्रक्रिया अपना कर सदस्य को हटा सकता है । किसी अपराध मे दंडित किए जाने पर इसके अलावा और भी कई कारण हो सकते है ।
मानव अधिकारो का उषके किशी लोक सेवक द्वारा अतिक्रमण किए जाने या दुष्रप्रेरन किये जाने की या ऐसे अतिक्रमण के निवारण मे किसी लोक सेवक द्वारा उपेक्षा की ,शिकायत के बारे मे
इस आर्टिकल के जरिये आप को मानव अधिकार आयोग की प्रक्रिया को बताया गया है जिसके कारण आपको मानव अधिकारो की जानकारी मिल सकेगी
साथ ही इस आर्टिकल मे मानव अधिकार आयोग का भी पता दिया गया है जिससे संपर्क कर आप अपने सवालो का जवाब ले सकते है।
जैसा आमजन से जुड़ा मुद्दा है पानी का इसके लिए आसानी से आवेदन कर सकते है। मानव अधिकार आयोग के मंच पर भी पीने के पानी की समस्या को उठाया जा सकता है।
इस समस्या के समाधान करने के लिए जन स्वास्थय अभियांत्रिक विभाग के अधिकारियो को तलब किया जा सकता है। मानव अधिकार आयोग अधिकारी के जरिये आमजन को पीने के पानी की समस्या का समाधान आसानी से प्रशासनिक पहल पहल से कराया जा सकता है।
अधिकरतर देखा गया है कि बड़े बड़े लोगो दबाव में आकर पुलिस जरिये आमजन को परेशा किया जाता है इस बात को लेकर अधिकार आयोग जरिये पुलिस विभाग पर समय समय कारवाही की है जिससे आमजन को पुलिस के जरिये शोषण से मुक्ति मिली है।