Pm Kisan-गाँव लोटे मजदूरो के खाते मे आयेगे पीएम किसान के 6000 रुपए जानिए कैसे,पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा प्रवाशी मजदूरो के खाते मे आयेगे -बड़ी खबर
प्रवाशी मजदूर बने किसान
जैसा की पूरे देश के मजदूर लोक डाउन की मार को झेल रहे है और पैदल या अपनी साइकिल
रिक्शे की मदद से अपने अपने राज्य जा रहे है जो चाहे तो उत्तर प्रदेश के हो या हो बिहार के ,इसके साथ ही इनके अलावा भी वेस्ट बंगाल और कोलकतता के मजदूर भी इस पीड़ा को समझने लगे है ।
इसलिए अब मजदूरो को अपने गाँव की और लोटता देख एक कयास लगाया जा रहा है की अब मजदूर अपने गाँव मे रहकर ही कोई भी व्यवसाय को शुरू कर सकते है।
- किसान मजदूर को बनाना सबसे सस्ता उपाय लग रहा है।
- जैसा की किसान के बेटे जो नोकरी के लग जाने पर शहर आ गए था
- अब वो वापस अपने गाँव मे अपने पिता की जमीन पर खेती करना चाहता है।
- जिसके लिए अगर उसकी आयु 18 साल से अधिक है और खेती की भूमि मे
- उसका नाम भी डला है ।
- ऐसे प्रवाशी मजदूर पीएम किसान सम्मान निधि मे आवेदन कर सालाना 6000 रुपए ले सकते है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना मे एक परिवार का मतलब पति पत्नी और बच्चे जो 18
साल से कम है से लगाया गया है अगर भूमि के कागज मे एक किसान के अलावा उसके परिवार का कोई अन्य व्यक्ति जो 18 साल से अधिक उम्र का है पीएम किसान सम्मान निधि योजना मे पंजीकरण करा सकता है।
प्रवाशी मजदूर को साल के 6000 रुपए मिलेगे कैसे जाने
पीएम किसान मे किसान के बेटे माना की चार है जिनमे से मुखिया किसान की मृत्यु हो जाने के बाद उसके खेती भूमि के कागज मे 18 साल से अधिक आयु के होने के कारण उसके चारो बेटो का नाम चढ़ गया है
- इन चार बेटो मे से एक बेटे ने गाँव की जमीन पर खेती करना जारी रखा है ।
- जबकि चार मे से तीन बेटे शहर की बड़ी फेक्टरी मे काम करने आ गए
- अब चुकी लोक डाउन मे वे अपने राज्य मे गाँव आ गए है ।
- इसलिए अब वो भी खेती करना चाहते है ।
- साथ ही उनका नाम भी खेती वाली जमीन के कागज मे है ।
चुकी पीएम किसान सम्मान निधि की पहली शर्त है की किसान का नाम उसकी खेती की भूमि के कागज मे होना चाहिए
इसके साथ ही गांवो मे प्रवाशी मजदूर को काम देने के लिये नरेगा मे भी काम दिया जा रहा
है जिससे प्रवाशी मजदूर गाँव मे रहकर किसान और नरेगा श्रमिक दोनों का काम कर सकेगे उनकी आर्थिक दशा मे भी सुधार होगा ।
सभी के सभी राज्यों ने अब कोरोना महामारी की दूसरी लहर के आने के बाद दुबारा से लगभग lokdown लगा दिया है जिसके चलते आमजन बेरोजगार होकर घरो में बैठना पड़ रहा है।
अब हर मजदुर वर्ग को इस बात की ही उम्मीद है कि पीम गरीब कल्याण योजना के जरिये फिर से पिछली बार की तरह उनके खाते में गुजारा भत्ता राशि भेजी जाएगी।