लोन क्या है कैसे लेते है ?-WHAT IS LOAN ,लोन कितने तरह का होता है ,कोन देता है ,किनको मिलता है ,क्या क्या डोकोमेंट की जरूरत
लोन
लोन क्या है कैसे लेते है ?-WHAT IS LOAN:सारे शब्द जाने पहचाने है जिनको हम सुनते
रहते है अब बात आती है की लोन किसे कहते है जिनमे हमारी जीवन मे पैसो की जरूरत पड़ती रहती है कोई भी काम हो जैसा की किशि को कोई बड़ा गिफ्ट देना हो ,या बच्चो की स्कूल फीस भरनी हो हमको अतिरिक्त पैसो की आवशयकता होती है । इस पैसो को हम बैंक से लेते है तो
ये पैसा लेना पर्सनल लोन कहलाता है । जिसको देने के साथ मे हमको ब्याज भी अदा कारण होता है जिसको लोटने का भी एक समय होत है । जिसका ब्याज 12 से 20 % तक देना होता है हर बैंक का अपना अपना सिस्टम होता है लेकिन ये लोन नेकरी पैसा को ही उसकी सैलरी का सतायापन होने के बाद मिलता है क्या क्या डोकोमेंट की जरूरत होती है ।
- आधार कार्ड
- फोटो
- बैंक स्टटमेंट पास बूक के साथ
- सैलरी स्लिप
ये सभी के सभी आम आदमी के पास होने चाहिए जिनको लोन किसी भी संस्था या बैंक से लेना हो इनके बिना किसी भी तरह की लोन फाइल की शुरुवात नहीं हो पाती है। जिससे की कोई भी छोटे बड़े लोन के लिए अप्लाई किया जा सके।
गोल्ड लोन
जैसा की नामा से ही पता पड़ता है की लोन यानि मिलने वाला उधार का पैसा जो की आम आदमी
अकजकल बैंक से मिलता है अपने सोने के आभूषणों को बैंक मे जमा करने पर उन आभषणों की कीमत के एवज मे मिलता है जैसा की जानकारी मे आया है की साधारणतया बैंक आभूषणो की किमत का 80% तक का लोन दे देता है जैसा की सरकारी बैंक मे इस लोन का ब्याज 11% तक होता है आजकल काफी निजी बैंक भी खुल गए है जो भी आमआदमी को उनके गहनों के बदले मे लोन दे देते है ।
इन सभी बैंको के पास किसी भी व्यक्ति के सोने को गिरवी रखकर पैसे देने का सरकार से मान्यता का लाइसेंस होता है जिससे ये आसानी से सरकारी नियमो के अनुसार सोने के एवज में लोन दे देते है।
सिक्योरिटी लोन
जब बैंक किसी भी सिक्योरिटी के बदले मे आप को लोन देता है तो उसको सिक्योरिटी लोन के नाम से
जाना जाता है । जैसा की हम जानते है की की सिक्योरिटी पेपर जैसा की शेयरे ,मुचल फ़ंड ,फिक्स डिपॉजिट आदि ।
- इनको गिरवी भी रख कर हम आसानी से ओवर ड्राफ्ट लोन ले सकते है।
- जैसा की पेपर के बदले हमको उतनी राशि के लगभग का लोन मिल जाता है।
- यदि हम इस लोन को चुकाने मे असफल रहते है तो बैंक
- उन सिक्योरिटी को बाजार मे बेचकर आसानी से अपना पैसा ले लेता है।
- जिसको कहते है रिकवरी करना ।
इस तरह के लोन में सबसे अधिक जमीन जायदाद के डोकेमेन्ट को बैंक में रखकर लोन लिया जाता है जिससे की लोन लेने वाले को किसी और की लोन गारंटी देने की जरुरत नहीं पड़ती है। साथ ही बैंक को भी लोन देने में कोई होनी होने की संभावना नहीं रहती है। यानि लोन देने वाले इस बात से निश्चिन्त हो जाते है कि यदि किसी घटना या दुर्घटना में लोन लेने वाले व्यक्ति को कुछ हो जाता है बैंक उसकी संपत्ति को नीलाम कर अप्न्मे लोन की राशि को आसानी से ले सकता है।
प्रोपर्टी लोन
जब हम अपनी जमीन जायदाद को गिरवी रख कर लोन लेते है तो उस लोन का नाम दिया
गया है property loan जितनी हमारी अपनी संपत्ति होती है जिसको हम बैंक को देते है यानि डोकोमेंट के नौसर वेलयु उसके एवज मे 60% की राशि का लोन मिल जाता है इस लोन को अदा करने का समय 15 साल तक का होता है जिस समय सीमा मे हमको दिये गए बैंक को पैसा मय ब्याज वापस लोटना होता है ।
- बैंक को अपनी संपत्ति का बाजारी मूल्य के डोकोमेंट देने होते है ।
- लोन लेने वाला व्यक्ति अगर उस लोन को अदा नहीं कर पाता है ।
- उस दशा मे बैंक उस की समपत्ति को नीलाम कर सकती है ।
- इसको बैंक का अपना पैसा वसूलना कहते है ।
बड़ी बड़ी लोन देने की कारवाही संपत्ति के आधार पर होती है जिसे प्रॉपर्टी लोन के नाम से जाना जाता है।
होम लोन
जब हमको घर खरीदने के लिए लोन की जरूरत हो तो उसको होम लोन कहते है जैसा की हमको होम लोन
घर बनाने के लिए मिलता है इसके लिए हमको बैंक लोन के रूप मे घर की किमता का 75% से 85% पैसा ही देता है इसका समय पाँच साल से लगभग बीस तक का होता है जैसा की इसको लेने के लिए हमको बैंक को अलग से प्रोसेसिंग फीस भी देनी होती है ।
- होम लोन जायदातर सैलरी के अनुसार मिलता है ।
- जैसा की सरकारी नोकरी वालों को ही मिलता है कह दे तो कोई गलत बात नहीं होगी ।
- स्टेट बैंक की वैबसाइट जिस पर भी जानकारी मिल सकती है । का लिंक है state baink
- लोन क्या है कैसे लेते है ?-WHAT IS LOAN
कोई भी बेरोजगार व्यक्ति अपना खुद का घर लेने के बारे में नहीं सोच सकता है या सोचेगा भी तो उसको लोन नहीं हो सकता है जैसा की सरकारी या कोई निजी नौकरी वाला जिसका हर साल का सालाना इनकम सही सही होता है उसको ही होम लोन दिया जाता है।
जिससे की लोन की बनाने वाली क़िस्त को उसको अदा करने की क्षमता होती है आसानी से होम लोन राशि को छोटी छोटी क़िस्त सेलरी से ली जा सकती है।
शिक्षा लोन
जब कोई भी शिक्षा को लेना होता है तो उस छात्र के पास अपनी फीस भरने के पैसे नहीं होते है तो स्टूडेंट को
जो बैंक सहायता के रूप मे लोन देता है उसको शिक्षा लोन के नाम से जाना जाता है इसके लिए कुछ विशेष शर्ते होती है जो की छात्र को पूरी करनी है है ।
जैसा की छात्र को बताना होता है की वह कोणशी डिग्री या डिप्लोमा कर रहा है जिसको करने के बाद क्या वह अपना लोन चुकाने के योग्य हो जाएगा साथ ही पिछली क्लाशो के पास होने के डोकोमेंट भी बैंक के पास जमा करने होते है । जब तक स्टूडेंट्स लोन राशि नहीं चुकता कर देता है तब तक बैंक उसके डोकोमेंट अपने पास रखती है साथ ही मय ब्याज छात्र को लोन वापस देने के बाद ही डोकोमेंट मिल पाते है ।इस लोन को एडुकेशन लोन के नाम से जाना जाता है । इसमे एक गार्ण्टर की भी जरूरत होती है जो कोई भी सरकारी कर्मचारी दे सकता है या फिर छात्र के परिवार के सदस्य भी अपनी हेशियत के अनुसार गारंटी दे सकते है । इसमे ब्याज दर लगभग 7.5 %तक होता है ।
कार लोन
जब कोई भी लोन लेते है जिसमे बैंक कार लोन भी देता है जैसा की कार का शोरूम जो की कार खरीदने
वालों को काफी ऑफर देता है जिसमे कार को हम बैंक के जरिये लोन ले कर भी खरीद सकते है तो इस तरह के लोन को क्योकि बैंक ही पूरी या आधी रकम का भुगतान करता है इसलिये बैंक के जरिये मिलने वाले इस लोन को कार लोन के नाम से जाना जाता है ।
- कार लोन उन लोगों को मिल पाता है जिंनका बैंक विशेष मे अच्छा लेंन देंन हो ।
- सबसे पहली बात की लगभग उनकी नियमित कमाई की जानकारी बैंक के पास हो ।
- बैंक कार लोन के लिए उस व्यक्ति से कुछ जरूरी डोकोमेंट और चेक भी जमा करता है ।
- ताकि जरूरत पड़ने पर उनका इस्तमाल करके आसानी से बैंक अपनी दी गयी रकम को वापस ले सके ।
- इसके अलावा गाड़ी के डोकोमेंट भी बैंक के पास ही रहते है जब तक
- वो कार लोन की पूरी किस्त अदा न कर दे ।
- लोन क्या है कैसे लेते है ?-WHAT IS LOAN
कार लोन पर बैंक कई कोंपनियों से भी टाइ अप हुये रहते है जिसके कारण बैंक विशेष लोन के जरिये
कार बिक्वाकार अपनी बैंक लोन के टार्गेट को भी पूरा करते है ।
इसके अलावा सरकारी और निजी कर्मचारी अपने भरे जाने वाले इन्कम टैक्स मे भी छुट पा लेते है इशलिए कार लोन जयादा चलन मे रहता है ।

लोन योजना का लाभ
जैसा की सभी सरकारी कर्मचारी लोन योजना का लाभ लेते है क्योकि उन पर लगने वाला आयकर भी लोन लेने पर छूट के दायरे में आता है।
जैसे जैसे सरकारी या निजी नोकरी वाले की सेलरी बढ़ती जाती है आयकर के रूप में टेक्स देना होता है जिसके कारण कर्मचारी की सेलरी का बड़ा हिस्सा आयकर में चला जाता है।
- लोन लेने पर आयकर में छूट मिलती है।
- लोन क्या है कैसे लेते है ?-WHAT IS LOAN
इसलिए ज्यादातर बड़ी सेलरी के कर्मचारी लोन लेते है। जिससे कि आसानी से बैंक को भी लोन देने के लिए कोई भी बड़ी पार्टी को खोजना पड़े l
लोन योजना के जरिये कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है मकान बनाना हो या कोई भी कारोबार करना हो कर लिया जाता है लोन के ब्याज में जो भी पैसा आता है उसके जरिये बैंक के कर्मचारियों को वेतन भत्ते मिल पाते है l
लोन ले आधार कार्ड से
कोई भी बैंक हो जैसा की लोन देने या लेने के लिए व्यक्ति विशेष की पहचान की जाती है जिसका नाम है आधार कार्ड जिसके जरिये आसानी से लोन लिया जा सकता है जिसके कारण लोन भी मिल पाता है l
आधार कार्ड में सभी लोगो का बायोमेट्रिक डाटा भी सुरक्षित हो जाने से उसका मरने के बाद भी सत्यापन किया जा सकता है की मरने वाला व्यक्ति ही लोन लेने वाला अमुक व्यक्ति है की नहीं l
- लोन लेने के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है l
- आधार कार्ड के जरिये ही ऑनलाइन आवेदन किया जा सकते है l
- लोन क्या है कैसे लेते है ?-WHAT IS LOAN
आधार कार्ड के जरिये ही किसी भी आवेदन को शुरू किया जा सकता है जिसके जरिये ही आसानी किसी भी आवेदन किया जा सकता है l
लोन आवेदन करने के लिए आधार कार्ड ऑनलाइन और ऑफ लाइन दोनों रूप में आवेदन किया जा सकता है l इस तरह किसानो को भी kisan samman nidhi योजना का पंजीकरण भी आधार कार्ड से ही किया जा सकता है l