कोरोना से बचाव कैसे हो -KORONA SAFTY ,कोरोना वाइरस से सुरक्षा के उपाय क्या है जाने पूरी खबर देशी तरीको
बीमारी
जब कोई भी व्यक्ति किशी भी बीमारी से पीड़ित होता है तो सारे परिवार को परेशानी होती है चाहे मरीज
हो या उससे जुड़ा कोई भी सदस्य क्योकि आमजन को जहा बीमारी से शारीरिक व आर्थिक परेशानी होती है जिसके साथ ही उस देश का कारोबार प्रगति सब के सब भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होते है जैसा की आज की सबसे बड़ी समस्या का महामारी के रूप मे कोरोना वाइरस की बनी है जिसके कारण पूरे विश्व को त्राहि त्राहि करना पड़ रह है जिसमे चीन जैसा देश को तो सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है जैसा की चीन आज भी कोरोना से बचाव कैसे हो को लेकर परेशान है साथ ही पूरा का पूरा संसार उसकी जनित बीमारी का खामियाजा भुगत रहा है जैसे
- चीन सबका निर्यातक होने के कारण सारे देशो मे कोरोना का संक्रामण फ़ेल रहा है।
- विभिन्न कारणो से जाने वाली यात्री भी इस कोरोना का डांस झेल रहे है।
- साथ ही बिना चाहते हुयेभी ईश बीमारी को अपने देश मे फैला रहे है ।
- जैसा की चीनी मे फैली इस बीमारी से ईरान ,भारत ,पाकिस्तान के नागरिक भी बीमार हुये है ।
- कोरोना से बचाव कैसे हो -KORONA SAFTY
जिससे कारण संक्रमण एक देश से दूसरे देश में फैलता चला गया और सारे देश इस कोरोना महामारी की चपेट में आ गए है।
कोरोना से बचाव टोल फ्री
जैसा की हर देश ने अपने टोल फ्री नमबर जारी कर दिये है जिसमे भारत के भी नेशनल कॉल नमबर जारी कर दिये है ।
- भारत देश के कोरोना से बचाव के टोल फ्री नंबर है 91-11-23978046
- स्टेट contral room नमबर है 0141-2225624
- कोरोना से बचाव के लिए टोल फ्री नमबर है 104/108
- इस नमबर से संपर्क करने पर जरूरी मदद मिल जाएगी इस को सबको नोट करा दे ।
- देश विदेश जो भी नागरिक हो सबकी मदद करे ।
- कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए सब देशो की सरकारो ने प्रयास जारी कर दिये है ।
- सबको लक्षणो की जानकारी भी दी जा रही है कोई भी आशंका हो तो पास के हॉस्पिटल मे जांच कराये ।
जैसा की अब सभी के सभी हॉस्पिटल में भी कोरोना की जांच भी जल्दी से की जाने लगी है जिससे व्यक्ति विशेष को संक्रमण का पता चल सके और वह अपना ईलाज भी जल्द से जल्द ले सके साथ ही उसके सम्पर्कित लोगो को भी बचाया जा सके।
कोरोना से सुरक्षा
जैसा की कोरोना से सुरक्षा के लिए प्रभावित देश के नागरिकों से संपर्क न करे न ही उनसे हाथ मिलाये ।

- लक्षण वाले से दूर रहे अपने मुँह पर मास्क लगाकर चले ।
- तेज धूप मे बैठे ताकि कोई भी वाइरस हो टी नष्ट हो जाए ।
- नियमित रूप से हाथ साबुन से धोये और सफाई का विशेष ध्यान रखे ।
- भीड़ वाले स्थानो पर न जाए ।
- दूर से सबको नमस्ते करे ।
- खांसी ,बुखार ,संस लेने मे तकलीफ होने पर नजदीक के हॉस्पिटल मे सम्पर्क करे और कोई भी एसे लक्षण का घर परिवार मे कोई दिखे तो उसको सारी सावधानिया बताये ।
- राष्ट्रीय स्वस्थया मिशन की वैबसाइट का लिंक है HERE
- कोरोना से बचाव कैसे हो -KORONA SAFTY
लोकडाउन में कोरोना का संक्रमण इतना बढ़ गया है की लोगो को हॉस्पिटल में ऑक्सीजन भी मरीजों को नहीं मिल पा रही है इसलिए अब विदेशी मदद से भी ऑक्सीजन की पूर्ति की जा रही है भारत वासियो की मदद कर रहे है सबसे ज्यादा विदेश में रह रहे हमारे भारतीय लोग भी ग्रुप बनाकर ऑक्सीजन की पूर्ति कर रहे है।
वायु सेना और रेलवे की मदद से भी ऑक्सीजन के बड़े बड़े कंटेनर को एक राज्य से दूसरे राज्य में पहुंचाया जा रहा है। जिससे सभी शहरो में हो रही ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जा रहा है।
कोरोना वेक्सीन
अब जैसा की देश में भी और विदेशो में भी कोरोना विरसा के लिए वेक्सीन बना ली गयी है जिसको अपने अपने नागरिको को लगाया जा रही है।
जिससे की इन्फ़ेक्सन का खतरा बढ़ न पाए साथ ही लोग भी इस वायरस के प्रति सचेत रहे अपने वेक्सीन लग जाने पर भी किसी तरह की लापरवाही न करे जैसा की भीड़ भरे माहौल में बिना मास्क के जाना जो की कोरोना के इन्फ़ेक्सन का दूसरा बड़ा कारण बन सकता है।
- सभी देश वेक्सीन के जरिये इस कोरोना महामारी से बचाव का तरीका ढूंढ लिया है।
- सबको वेक्सीन लगवाना चाहिए।
- लेकिन हार्ट व् ऑपरेशन हुए व्यक्ति को पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- वेक्सीन लगवाने वालो में सिंगापूर सबसे पहले स्थान पर है और दूसरे स्थान पर स्विटजर लैंड है।
जैसे जैसे रेमदिवेयर नामक वेक्सीन लग रही है कोरोना की महामारी पर लगाम लग रही है जितना जल्द हो हमको भी अपना और अपने परिवार का टीकाकरण करवा लेना चाहिए।
भारत ने खोजी कोरोना दवा
देश में कोरोना की दूसरी लहार के कारण जगह जगह हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी हो रही है मरीज में कोरोना इन्फ़ेक्सन होने पर बड़े स्तर पर ऑक्सीजन की जरुरत पड़ने के कारन देश में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पा रहे है जिससे लोगो की जान जा रही है।
ऐसे विषम हालत में देश के औषधि महानियंत्रक (DCGI ) ने एक नै कोरोना रोधी दवा 2 -डिऑक्सी -डी -ग्लूकोज (२-डीजी ) को इमरजेंसी यूज प्रोटोकॉल के तहत मंजूरी दी है यह दवा रक्षा अनुसन्धान व् विकास संगठन (DRDO ) के नाभिकीय औषधि तथा सम्बन्ध विज्ञानं संस्थान (INMAS ) ने डॉक्टर रेड्डीज लेब के सहयोग से विकसित की है।
यह दवा पूरी तरह से देश में विकसित कर ली गयी है और इसका प्रयोग करने की मंजुरी भी दे दी गयी है। दवा का असर इस तरह से होगा।
- संक्रमित कोशिकाओं में वायरस की ग्रोथ को रोक देती है पाउडर की दवा।
- इसको पानी में घोलकर इस्तेमाल किया जाता है।
- मरीज के दवा लेने पर कोरोना का संक्रमण भी कम होने लग जाता है।
- इसके लेने पर मरीज को अधिक ऑक्सीजन की जरुरत भी नहीं पड़ती है।
- जिससे देश में आ रही ऑक्सीजन की कमी भी मरीज को जान जाने से बचा पायेगी।
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जैसा की भारत देश में बानी हुई यह कोरोना रोक की दवा अगले सप्ताह तक बाजार में आ जाएगी इसमें जेनेरिक साल्ट के होने से देश में ही आसानी से उत्पादन भी हो पायेगा। साथ ही इसके एक डोज की कयामत भी लगभग ५०० से ६०० रूपये तक हो सकती है।
डोज की जरूरत है इसको डॉक्टर बता पायेगा कोरोना संक्रमण के अनुसार जिससे की मरीज जल्द से जल्द कोरोना के संक्रमण से ठीक हो जाये और यदि कुछ संक्रमण हो गया है तो वह अगली स्टेज में न बढे जिससे की मरीज के जान जाने का खतरा बना रहता है।
Omnicron Virus
ओमनिक्रोन वायरस का लक्षण क्या है कैसे जाने की वायरस का संक्रमण हो गया है या नहीं जानकारी के लिए जाने में बातो को का कैसे पता लग जाएगा
कि आम तोर पर हमको क्या होगा का संक्रमण हो जाने के बाद में सर्वव्यापी कफी तेजी से फेलता है
- एक अध्ययन मुझे पाया है की याह वेरिएंट कफी तेजी से फेलता है मगर इस के लक्षण बाकी से का फी ज्यादा नहीं होता है l
जानकारी में आया है की यह वायरस अपने आप को इन्सानो जैसा लुक देने में लगा हुआ है l
मुटेसन का नतीजा है ?
स्कॉलर्शिप न आने के कारण बड़ी खबर -Breaking News 2020
इस म्यूटेशन का मतलब क्या है ?
रिसर्चर्स के मुताबिक, इसका मतलब यह कि वायरस तेजी से फैल सकता है, मगर बीमारी हल्की होगी या फिर एसिम्पटोमेटिक रहेंगे। ओमीक्रोन की खासियतें इशारा करती हैं कि यह वायरल रीकॉम्बिनेशन का नतीजा है, जो कि दो अलग-अलग वायरसों के एक ही होस्ट सेल में इंटरऐक्ट करने को कहते हैं। इसी दौरान वह अपनी कॉपी बनाते रहते हैं, इसी में वैसी कॉपियां भी बनती हैं जिनमें दोनों ‘पैरंट वायरस’ के जेनेटिक मैटीरियल होते हैं।