Advertisement

PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे

Advertisement

PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे ,PIL FILE INDIA,PIL IN DELHI SUPRIM COURT,जनहित याचिका दिल्ली ,जहिया

PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे : आम आदमी रोजी रोटी कमाता है और अपने निजी जीवन मे बिजी रहता है लेकिन

Advertisement

कई बार हमारे आस पास हम देखते हैकि किशी सामाजिक कार्य का किशी संस्था या व्यक्ति ने शोषण किया है या उपहाश किया है और सभी नागरिकों के हितो या अधिकारो को हानी पहुचाई

है जिशका विरोध कर पाना आम आदमी के बश की बता नहीं रहा है तो इस तरह के हुये शोषण या अन्नाय के खिलाफ सबसे पहले अमेरिका मे जहियानामक याचिका का चलन शुरू हुआ जिशकों सामाजिक कारवाही याचिका कहा जाता है ।

PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे
PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे

भारत मे जनहित याचिका का जन्म

सबसे पहले भारत मे जनहित याचिका को आम चलन मे लाने वाले व्यक्ति है P.N.BHAGAWATI है जिंहोने ईश न्यायाधीश द्वारा निर्मित और आम नागरिक को न्याय मुहैया कराने वाला न्याय पालिका का कानून करार दिया

Advertisement

ईश याचिका से जनहित या सामाजिक हित की सुरक्षा को बड़ावा एमआईएलएटीए है और शोषण का अंत होता है ये सामुहिक लोक हित भावना पर कार्य करती है ये एक ऐसा सवैधानिक कार्य है जिशके लिए किशी भी व्यक्ति को कोर्ट मे उपस्थित नहीं होना पड़ता है और नहीं किशी वकील को करना पडता है क्योकि जनता को सस्ता सुलभ न्याय दिलाना हमारी न्यायिक व्यवस्थता का एक हिस्सा है जिशके जरिये आम आदमी किशी दूसरे पर हुये शोषण को भी न्यायपलिका से न्याय दिला सकता है ।

https://www.youtube.com/watch?v=T1tJP_9wJd4

लिंक पर क्लिक करके सुप्रीम कोर्ट की वैबसाइट पर जा सकते है ।

Advertisement

जनहित याचिका लग पाये या न लग पाये का दायरा

जैसा की सबको पता है की जनहित याचिका को स्वीकार करने के लिए कुछ सर्ते बनायी गयी है ।

जो ईश प्रकार है

  • लोक हित के कार्यो के लिये कोई भी इनको दायर कर सकता है जैसे की आम आदमी के साथ CHITTFUND COMPANI सामुहिक रूप से धोखा धड़ी कर रही है जमा धन लिया जा रहा है लेकिन समाय पूरा होने के बाद भी आम जमा करता को लोटाया नहीं जा रहा है तो कोई भी व्यक्ति कम्पनी के खिलाफ़ सुप्रीम कोर्ट मे जनहित याचिका लगा सकता है ।
  • कोर्ट के न्याय धीश को पोस्टकार्ड पत्र या ईमेल भेजकर भी जनहित याचिका दायर की जा सकती है ।
  • कोर्ट को अधिकार होता है की वह कोर्ट फीस जो की सामान्य एचओटीआई है उसको भी माफ कर दे आम आदमी को न्याय दिलाने मे या जनहित याचिका दायर करने मे
  • ये राज्य के साथ निजी समूह या कम्पनी के लिये भी लाया जा सकता है ।
  • ये एक भारतीय कानून मे सार्वजनिक हित की रक्षा के लिये मुकदमे का प्रावधान है ।
  • यह किसी पीड़ित या स्वय न्यायलय द्वारा पीड़ितो के पक्ष मे दायर किया जा सकता है ।

जनहित याचिका का दायरा

https://main.sci.gov.in/ लिंक क्लिक से

सुप्रीम कोर्ट की वैबसाइट पर पहुच सकते है । जैसा की बात आती है जनहित याचिका की तो अब तक जो न्यायालय मे जनहित याचिकाये लगाई गयी है वो क्षेत्र इस प्रकार है।

  • कारागार और बंदीयो के बारे मे।
  • सशस्त्र सेना बाल श्रम ,बंधुआ मजदूरी के बारे मे
  • शहरी विकास और पर्यावरण तथा संशाधनों की रक्षा के बारे मे
  • ग्राहक मामले जैसा की हाल ही मे आदर्श क्रेडिट सोसाइटी मे जमा धन निवेशको
  • तक पहुचाने के समबन्ध मे सुप्रीम कोर्ट ने जनहित याचिका को स्वीकार किया गया
  • क्योकि मामला लाखो निवेशको के पैसो के गबन से जुड़ा है ।
  • शिक्षा , राजनीति ,चुनाव ,लोकनीति और जवाब देही के बारे मे जैसा की रजिस्टार
  • ऑफ इंडिया या स्टेट जो क्रेडिट कोपरेटिव सोसायटियों को लोगो से पैसा जमा करने
  • की परमिशन तो दे देते है लेकिन वो खुद कभी उनकी वास्तविकता की जांच नहीं करते है
  • तो आम आदमी रजिस्टार के जवाबदेही को लेकर जनहित याचिका लगा सकते है ।
  • मानवाधिकारों को लेकर भी जनहित याचिका लगाई जा सकती है ।
  • दो माह का राशन बिन कार्ड के मिलेगा -बड़ी खबर

आम आदमी जो देश का निवासी है किसी भी राज्य का हो आमजन से जुडी समस्या पर अपने जिले या राज्य की हाई कोर्ट को जनहित याचिका लिख सकता है।

जिससे की आम आदमी से जुडी जनसमस्या का समाधान करने के लिए हाई पहल की जा सके कोई भी विभाग विशेष जो की आमजन सेवा से जुड़ा है उचित रूप से काम नहीं कर रहा है के बारे में भी जनहित याचिका लगाई जा सकती है।

http://64.227.176.89/किसान-कर्जो-माफ़-लिस्ट-कैस/

PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे
PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे

जनहित याचिका के लाभ

जनहित याचिका आम आदमी के अधिकारो की रक्षा करता है साथ ही आम जन मे न्याय पालिका की महता को भी बताता है । साथ अधिकारियों मे अपने कार्य की ज़िम्मेदारी को भी बड़ाता है । साथ ही कार्यालयो के बड़ने वाले भ्रास्टाचार को भी रोकता है।

Narega Job Card Download Rajasthanक्लिक करे

PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे

इस आर्टिकल के जरिये बताया गया है की आम आदमी से जुड़े कामो के के लिए आप किस तरह से जनहित याचिका लगा सकते है।

Advertisement

जनहित याचिका एक ऐसा आम आदमी का अधिकार है जिसके जरिये आम जन के मुद्दो को न्यायपालिका मे पहुचाकर न्याय पाया जा सकता है।

पानी की समस्या की जनहित याचिका

सेवा मे ,

श्रीमान मुख्य न्यायधीश महोदय ,

जयपुर हाई कोर्ट ,

जयपुर ,

विषय – पीने का पानी उपलब्ध कराने हेतु जनहित याचिका

महोदय ,

निवेदन है  हम अलवर शहर मे कच्ची  बस्ती गालिब सैयद, फूटी खेल पर निवास करते है यहा लगभग 90 % लोग दिहाड़ी मजदूरी करके जीवन यापन करते है ।

महोदय यहा पर जलदाय विभाग ने पानी की जो लाइन लगाई हुई है वो लगभग 40 साल पुरानी हो चुकी है जिनमे पानी मजदूर वर्ग तक नहीं पहुँच पाता है अवेध पानी के कनेक्क्सनों की भी भरमार है जलदाय विभाग पानी के टैंकर की सप्लाई केवल रिकॉर्ड मे दिखाकर सारा पानी का बजट कर्मचारी आपस मे बाँट लेते है जिससे आमजन को पीने का पानी भी नहीं मिल पाता है ।  आस पास मे कोई भी जलश्रोत नहीं है जिससे मजदूर वर्ग इस कोरोना महामारी मे भी पीने के पानी के लिए किलोमीटरों तक पानी को तलाशता  रहता है ।

पहले भी कई बार जलदाय विभाग से उचित कारवाही करके पानी उपलब्ध कराने का निवेदन संपर्क पोर्टल के जरिये व जिला कलेक्टर को प्रार्थना पत्र भेजकर किया जा चुका है । लेकिन पीने का पानी मजदूर वर्ग को अभी तक नहीं उपलब्ध काराया गया है ।

महोदय से निवेदन है की सभी मोहल्ले वासियो को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए जनहित याचिका दर्ज करके करवाही करने का कष्ट करे ताकि मजदूर वर्ग को पीने का पानी मिलना सुनिचित हो सके ।

प्रार्थिगण समस्त मोहल्लेवासी                           सलगन पूर्व मे किए गए निवेदन पत्र  

राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर, पता -भगवान दास मार्ग, सी स्कीम, अशोक नगर, जयपुर, राजस्थान 302005

बताया गया प्राथना पत्र एक पुराणी जनहित याचिका से लिया लिया है किसी की समस्या सामान हो तो अपने विवेक से जानकारी करके ही पत्र को लिखे।

Chittfund Pil

जैसा की हम जानते है की हमारे देश में अनेको चिट फण्ड कंपनी आई और आमजन का पैसा लेकर चली गयी जिसका सबसे बड़ा कारण है हमारे देश में अभी तक भी बड़ी कोई कारवाही नहीं की गयी है आमजन का पैसा दिलाने के लिए आमजन हमारे देश के सविधान में सबसे बड़ा कानून जनहित याचिका है l

जिसमे हम एक निवेदन कर सकते है सुप्रीम कोर्ट को जैसे

सेवा में ,

श्रीमान मुख्य न्यायधीश महोदय ,

तिलक मार्ग ,मंडी हाउस ,नई दिल्ली ,दिल्ली -110001

विषय – chittfund पर कारवाही के लिए जनहित याचिका l

महोदय ,

निवेदन है की chittfund कंपनी जिसका नाम ……………………………………………….पता ……………………………………………………………………..जो देश के सभी राज्यों में खुली है जिसके ऑफिस देश के सभी जिलो में भारी मात्रा में आमजन से पैसा दुगुना करने के नाम पर निवेश कर रहे है ले रहे है जैसा की केन्द्रीय रजिस्टार महोदय ने हमारी शिकायत उत्तर में जानकारी दी है की केंद्रीय रजिस्टार किसी भी chittfund कम्पनी को पैसा जमा करने की अनुमति देने की हक़ रखता है उस आम जन का जमा पैसा कोमप्न्य विशेष से वापस मिले या नहीं मिले इसकी जिम्मेदारी केन्द्रीय रजिस्टार की नहीं है l

जैसा की महोदय एक सरकारी कार्यालय ही सीधे तोर पर कह रहा है कि chittfund कंपनी को की आपम आमजन को पैसा लेकर वापस नहीं करेगे तो हमारी कोई भी कारवाही आप के ऊपर नहीं होगी l

जैसा की आये दिन कई chittfund कंपनी आमजन का पैसा लेने व् समय पूरा होने पर भी नहीं देने की खबरे न्यूज़ पेपर में आ रही है जिसका प्रिंट भी इस पत्र के साथ सलग्न कर रहा हूँ l

इन chittfund में देश के मजदुर वर्ग का पैसा जमा है जो किसी भी तरह के कानून को नहीं जानते है जैसा की महोदय कुछ समय पहले पल्स इंडिया नामक chittfund ने भी आमजन से लगभग 60 हजार करोड़ रूपये जमा कर लिए थे जिसको सेबी की पहल कर chittfund की संपत्ति को नीलाम करके हाल ही में वसूला गया है जिसको आमजन जिनके पैसे chittfund में जमा थे सरकारी तंत्र के जरिये अभी तक भी सबको नहीं पहुचाया जा सका है l

इस तरह इस chittfund ने तो हजारो करोडो रूपये आमजन से ले लिया है एक ही भवन में नये नये chittfund सोसाइटी के नाम से l

जिसके कारण आमजन देश भर के थानों में हजारो रिपोर्ट भी दर्ज की जा चुकी है जिसकी fir नमबर सहित जानकारी भी इस पत्र के साथ भेज रहा हु जो इस प्रकार है l

  • chittfund पर दर्ज रिपोर्ट का ब्यौरा

यहाँ तक की देश की सबसे बड़ी जाँच एजेंसी भी गत कई सालो से इनकी आमजन से धोखाधडी की जाँच कर रही है l उसके बावजूद भी गृह मंत्रालय ने भी इसके ऑफिसों पर कोई कारवाही नहीं की है l

  • जिसके कारण आमजन अपने जमा पैसा नहीं मिलने के कारण अपनी बेटी के नाम से जमा पैसा नहीं मिलने से बेटी की शादी नहीं करा पा रहा है
  • पेंसन पाने वालो ने भी अपने मिले फण्ड को chittfund में जमा कर दिया था
  • जिसके कारण अब उनको बुढ़ापे में कोई भी पैसा अपने बीमारियों का ईलाज करने के लिए नहीं मिल रहा है l
  • साथ ही उनको अपने जीवन यापन करने में खाना तक भी नहीं मिल पा रहा है l
  • मैंने भी इस chittfund में पैसा जमा किया था जिसके बांड भी इस पत्र के साथ भेज रहा हूँ l
  • जिनका भी पैसा अभी तक मुझको वापस नहीं किया गया है दूसरी chittfund में पैसा जमा करने के लिए भी अनुचित दबाव बनाया जा रहा है l

लाखो एजेंट भी समय पर जमाकर्ता का पैसा नहीं मिलने के कारण बार बार सी में जमाकर्ता के जरिये गली गलोच करने से आत्मग्लानी के कारण आत्महत्या तक कर रहे है जैसा की न्यूज़ पेपर में भी आ रहा है जिसको भी इस पत्र के साथ सलगन कर रहा हु l

यहाँ तक की जिले विशेष के पुलिस थाने भी chittfund कंपनी के साथ मिलकर एजेंट के खिलाफ झूटी रिपोर्ट दर्ज करके आमजन में पैसा वापस नहीं मांगने का डर फैला रहे है l

अत महोदय चुकी देश भर की जनता chittfund से पीड़ित है आमजन भी डरा हुआ है व् आर्थिक रूप से कंगाल हुआ पड़ा है जबकि देश भर में इतनी बड़ी धोखाधडी के बावजूद भी chittfund मालिक खुले आमा घूम रहे है उन पर कोई भी कारवाही नहीं की जा रही है l

शीघ्र अति शीघ्र chittfund पर जनहित याचिका दर्ज करके कारवाही करने का कष्ट करे जिससे की आमजन को न्याय मिल सके उनका जमा धन मिल सके l

प्रार्थी

बबली राम पुत्र श्री मालू राम

पल पल नगर ,अनवरी ,

उत्तर प्रदेश -२२५३०२

मो ७५९७२२१३०८

मेल आईडी -babli11@gmail.com

Advertisement

1 thought on “PIL SUPRIM COURT INDIA-जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट को कैसे लिखे”

  1. AMAR NATH NARANG

    Our group of 1200 retired sr citizens consists of vrs and superannuated.
    We had been exploited by PSU ,management and cmd in not paying our rightful dues wrt 5th pay commission from 1.1.97after leaving Co.All executives are 60to 75 years old.Fighting thro Court,will take another 20 years.Our demand is as per govt rules and entitlement.
    21 executives who went in CAT high court,sci got their dues but remaining had nt got.Vrs executives r also entitled as per rules but cmd is adamant nt in fvr of paying.it is discrimination,non payment of full wages for same work.,harrassment, mental torture.Govt of India had failed on sr citizens problems
    Advise what to do.Can we go far letter petition.?

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *